जैविक किसान मेला: किसानों को जैविक खेती अपनानी होगी- अदिति पटेल
अभिषेक त्रिपाठी
मिर्जामुराद, वाराणसी: मंगलवार को आराजी विकास खंड क्षेत्र के मेहंदीगंज मड़ई स्थित पंचायत भवन में नमामि गंगे योजना के तहत कृषि विभाग और ईकोवा के सहयोग से जैविक किसान मेले का आयोजन किया गया। मेले का शुभारंभ सेवापुरी विधायक नील रतन पटेल नीलू के प्रतिनिधि अदिति पटेल ने दीप प्रज्वलित कर किया।
इस मेले में जिले के सभी विकास खंडों के एफपीओ से जुड़े कलस्टरों ने जैविक उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई, जो मेले का मुख्य आकर्षण रहा। काशी जैविक उत्पाद के स्टालों को अतिथियों ने देखा और उनकी खूब सराहना की।
किसानों को जैविक खेती के लाभ
मुख्य अतिथि अदिति पटेल ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा, “मिट्टी की सेहत को बचाने के लिए अब जैविक खेती को अपनाना ही एकमात्र विकल्प है।” उन्होंने बताया कि जैविक खेती से मिट्टी की उर्वरता बनी रहती है, जिससे लंबे समय तक बेहतर उत्पादन संभव है।
कार्यक्रम में किसानों को मिट्टी में जीवांश बढ़ाने के उपाय जैसे गोमूत्र, गोबर, गुड़ और बेसन से तैयार जीवामृत का प्रयोग, बीज शोधन के लिए ट्राइकोडरमा और देसी बीजों के उपयोग की विधियां सिखाई गईं।
विशेषज्ञों की जानकारी
कृषि विशेषज्ञ अर्पित सिंह, अभिषेक सिंह, प्रवीण नागर और संदीप तेवतिया ने विस्तार से जैविक खेती के फायदों पर चर्चा की। उन्होंने किसानों को रेखीय बुवाई, मिलवा खेती, और देसी गाय पालन के महत्व के बारे में बताया।
मेले का संचालन अश्वनी सिंह और प्रवीण सिंह ने किया, जबकि लोकगीत गायक फूलचंद राजभर ने बिरहा के माध्यम से किसानों को जैविक खेती के प्रति जागरूक किया।
उपस्थित लोग
इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से रामविलास पटेल, संदीप तेवतिया, अश्वनी सिंह, राजेश यादव, प्रमोद माथुर, नीलम, मुकेश पटेल, स्वतंत्र पटेल, मनोरमा देवी और जितेंद्र पांडेय सहित सैकड़ों किसान उपस्थित रहे।