अपराध ऑन द स्पॉट पूर्वांचल वाराणसी 

पुलिस आयुक्त की समीक्षा बैठक: ट्रैफिक और कानून व्यवस्था दुरुस्त रखने के लिए CP की खरी-खरी, थाना और चौकी प्रभारी इन चीजों पर ध्यान दें

वाराणसी को जाम मुक्त और सुगम यातायात व्यवस्था प्रदान करने के लिए पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने गुरुवार को काशी और वरुणा जोन के अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक आयोजित की। इस बैठक में यातायात और अवैध अतिक्रमण से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करते हुए कई अहम दिशा-निर्देश दिए गए।

प्रमुख बिंदु

  1. यातायात प्रबंधन प्राथमिकता: आयुक्त ने कहा कि सुगम यातायात व्यवस्था पुलिस की पहली प्राथमिकता है। जाम लगने की स्थिति में संबंधित थाना प्रभारी या चौकी प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
  2. अतिक्रमण हटाने पर विशेष ध्यान: अतिक्रमण के खिलाफ चलाए जा रहे अभियानों की समीक्षा करते हुए, यह निर्देश दिया गया कि हटाए गए अतिक्रमण स्थलों पर चेतावनी बोर्ड और बैरिकेड लगाकर उनकी नियमित निगरानी की जाए। साथ ही, अतिक्रमण की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं।
  3. वाहनों की पार्किंग व्यवस्था: व्यवसायिक प्रतिष्ठानों और अस्पतालों के आसपास सड़क पर खड़े वाहनों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जाएगी। पार्किंग के लिए प्रतिष्ठानों द्वारा उपलब्ध कराए गए पार्किंग स्थलों का प्रयोग सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।
  4. निर्माण कार्यों पर नियंत्रण: जिन सड़कों पर निर्माण या मरम्मत कार्य की अनुमति दी गई है, वहां रूट डायवर्जन और वन-वे जैसी व्यवस्थाओं को पहले से सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।
  5. ई-रिक्शा और ऑटो रिक्शा संचालन: ई-रिक्शा की तरह ही ऑटो रिक्शाओं को भी केवल परमिट प्राप्त मार्गों पर चलने दिया जाएगा। नियमों की अवहेलना करने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
  6. यातायात सुधार के लिए विशेष कार्ययोजना: अधिकारीगण विभिन्न स्थानों पर भ्रमण कर यातायात के सुचारू संचालन के लिए वन-वे, यू-टर्न और कट को बंद करने जैसी योजनाओं को प्रभावी रूप से लागू करेंगे।

सख्त कार्रवाई पर जोर: बैठक में लम्बित विवेचनाओं के निस्तारण और वांछित अपराधियों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई के निर्देश भी दिए गए। इसके साथ ही, जिन अधिकारियों द्वारा यातायात सुधार और अतिक्रमण हटाने में लापरवाही बरती जाएगी, उनके खिलाफ भी दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।

पुलिस आयुक्त ने कहा कि जनता के साथ पुलिसकर्मियों का व्यवहार संवेदनशील, मृदु और सहयोगात्मक होना चाहिए। किसी भी प्रकार की दुर्व्यवहार की शिकायत मिलने पर त्वरित जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

उपस्थित अधिकारी: बैठक में पुलिस उपायुक्त यातायात हृदेश कुमार, काशी जोन के डीसीपी गौरव बंशवाल, वरुणा जोन के डीसीपी चंद्रकांत मीना और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी शामिल थे।


निगरानी और सुधार आवश्यक: आयुक्त मोहित अग्रवाल ने अंत में जोर दिया कि यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए लगातार निगरानी और सुधार आवश्यक हैं, जिससे शहर के लोगों को राहत मिल सके और अतिक्रमण की समस्या से भी छुटकारा पाया जा सके।

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