सरदार पटेल और आचार्य नरेंद्र देव की जयंती: समाजवादी विचार गोष्ठी का आयोजन, प्रेरणादायक प्रसंगों पर चर्चा
पंकज मिश्रा
वाराणसी, रोहनिया: वीरभानपुर स्थित हनुमान मंदिर प्रांगण में समाजवादी पार्टी ने लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल और दार्शनिक व शिक्षाविद आचार्य नरेंद्र देव की जयंती मनाई।
इस अवसर पर आयोजित विचार गोष्ठी में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने दोनों महापुरुषों के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी और उनके जीवन से जुड़े प्रेरणादायक प्रसंगों पर चर्चा की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह पटेल ने की। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि सरदार पटेल किसानों के सच्चे मसीहा और अखंड भारत के संस्थापक थे। उनके सिद्धांतों पर चलकर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता समाज में विघटनकारी ताकतों के खिलाफ मजबूती से खड़े हैं और राष्ट्रीय एकता को सुदृढ़ करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
मुख्य अतिथि सांसद वीरेंद्र सिंह ने अपने विचार साझा करते हुए सरदार पटेल की दृढ़ संकल्प शक्ति और कुशल नेतृत्व की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल के प्रयासों से ही देश की आजादी के बाद 565 रियासतों का भारत में सफलतापूर्वक विलय संभव हो सका। उन्होंने धार्मिक सौहार्द्र बनाए रखने के लिए साहसिक कदम उठाए और सांप्रदायिकता के खिलाफ निडरता से संघर्ष किया।
विधायक प्रभु नारायण सिंह यादव ने कहा कि सरदार पटेल वर्ग विशेष के नहीं, बल्कि अखंड भारत के प्रतीक थे। आज के समय में धर्म और जाति के आधार पर देश को विभाजित करने का प्रयास हो रहा है, लेकिन समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता इन शक्तियों से मुकाबला करने के लिए तैयार हैं।
जिलाध्यक्ष सुजीत यादव लक्कड़ ने कहा कि सरदार पटेल का धर्मनिरपेक्ष भारत का सपना समाजवादी पार्टी के आदर्शों से मेल खाता है, और पार्टी उनके इस सपने को साकार करने के लिए कार्यरत है।
कार्यक्रम का संचालन जिला उपाध्यक्ष कन्हैया राजभर ने किया। इस अवसर पर महेंद्र सिंह पटेल, पूर्व विधायक रोहनिया, जिला महासचिव आनंद मौर्या, रामबालक पटेल, पूजा यादव, जियालाल राजभर, गोपाल यादव, शिवकुमार सिंह, उमाशंकर यादव, राम सिंह यादव, रामप्रकाश पटेल, मुकेश पटेल, करीमुल्ला अंसारी, अनिल यादव, तेज बहादुर सहित कई अन्य समाजवादी कार्यकर्ताओं ने भी अपने विचार व्यक्त किए।