सेविंग अकाउंट: सेविंग मेरी, सर्विस चार्ज आपका- ये कैसा गणित है?
व्यंग्य एक समय था जब लोग मिट्टी के गुल्लक में पैसे डालकर बचत किया करते थे। फिर आया सेविंग अकाउंट– जिसे बैंक ने यह कहकर लांच किया कि “आपका पैसा सुरक्षित रहेगा और ब्याज भी मिलेगा।” लेकिन असलियत में यह अकाउंट एक ऐसी जगह बन गया है, जहां पैसे जमा होने से पहले ही उड़ जाते हैं। सेविंग अकाउंट की खासियतें (थोड़ी सी गहराई में): सेविंग अकाउंट पर जनता का दर्द: सेविंग अकाउंट की असली सेवा: बचत करने का सपना दिखाकर खर्च करवाना ही इसका असली मकसद है। बैंक के…
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